भारतीय भूचुंबकत्व संस्थान के जनादेश और इसके प्रमुख उत्तरदायित्व निम्नलिखित हैं।
1. भूचुंबकत्व और संबद्ध क्षेत्रों जैसे कि भूभौतिकी, अंतरिक्ष और वायुमंडलीय विज्ञान में मूलभूत अनुसंधान करना।
2. विविध स्थानों से उच्च गुणवत्ता वाले चुंबकीय क्षेत्र मापन प्राप्त करने के उद्देश्य से पूरे देश में चुंबकीय वेधशाला नेटवर्क को बनाए रखना और उसका विस्तार करना।
3. भूचुंबकत्व और संबद्ध क्षेत्रों में कुशल जनशक्ति को आकर्षित, प्रशिक्षित और विकसित करना।
4. सामाजिक लाभ के लिए अंतर्विषयक और गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान करना।
5. विश्वस्तरीय चुंबकत्वमापी का विकास और आपूर्ति करना और भूचुंबकत्व के क्षेत्र में अनुसंधान की सुविधा प्रदान करना।
6. विभागों/उद्योगों को भूचुंबकत्व संबंधी सेवाएं या परामर्श प्रदान करना (जैसे कम्पास अंशांकन, भूचुंबकीय क्षेत्र सर्वेक्षण आदि)।
7. आर्कटिक और अंटार्कटिक अभियानों की योजना बनाना और उनमें भाग लेना।
8. कई जनसंपर्क गतिविधियों का संचालन करना और युवा प्रतिभाओं को भूचुंबकत्व और इसके संबद्ध क्षेत्रों में अनुसंधान करने के लिए प्रेरित करना।