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निदेशक अनुसंधान समूह (डीआरजी)

समन्वयक: प्रो. गीता विचारे
टीम के सदस्य: प्रो. ए.पी. डिमरी, डॉ. जयश्री बुलुसु, डॉ. चिन्मय नायक, सुश्री अदिति उपाध्याय

परिचय
सूर्य पृथ्वी की जलवायु और मौसम प्रणालियों के लिए ऊर्जा के मुख्य स्रोत के रूप में कार्य करता है। यह शोध समूह विभिन्न लौकिक (दिनों से लेकर दशकों तक) और स्थानिक (क्षेत्रीय से वैश्विक) पैमानों पर पृथ्वी की जलवायु पर सौर परिवर्तनशीलता के प्रभाव को समझने की दिशा में काम करता है। मैग्नेटोस्फीयर-थर्मोस्फीयर-आयनमंडल प्रणाली में सौर-स्थलीय बातचीत का व्यापक अध्ययन किया गया है और काफी अच्छी तरह से समझा गया है। हालांकि, मौसम और जलवायु पर सौर प्रभाव को समझने के लिए बहुत कम अध्ययन हैं। इस तरह की जटिल परिघटनाओं की पूरी समझ के लिए (i) सौर परिवर्तनशीलता के विभिन्न पैमानों की समझ, (ii) जलवायु और मौसम प्रणालियों में उनके हस्ताक्षरों की सही पहचान और (iii) उन्हें समझाने के लिए भौतिक तंत्र की आवश्यकता होती है। अंतिम लक्ष्य जलवायु मॉडल में इन प्रभावों को ठीक से मॉडल करना है और जहां भी लागू हो सटीक और शीघ्र भविष्यवाणी करने में सक्षम होना है।

इस शोध का महत्व
जलवायु और मौसम प्रणालियों पर सौर बल (लघु और दीर्घकालिक दोनों) की सीमित समझ को ध्यान में रखते हुए, इस शोध के परिणाम अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाते हैं। अंततः, यह शोध समाज को सीधे प्रभावित करने वाली घटनाओं (जलवायु परिवर्तन, भू-चुंबकीय तूफान, उष्णकटिबंधीय चक्रवात, मानसून, आदि) को देखता है।

संपर्क विवरण:
प्रो गीता विचारे
geeta[dot]vichare[at]iigm[dot]res[dot]in